समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन ने कहा:"अगर मुसलमानों में बाबर का DNA है, तो तुममें किसका DNA है?"
यह बयान उन्होंने उस तर्क के जवाब में दिया जिसमें कुछ लोग कहते हैं कि "मुसलमान बाबर की औलाद हैं।"
उन्होंने करणी सेना और अन्य दक्षिणपंथी संगठनों पर भी निशाना साधा।
रामजी लाल सुमन ने दावा किया कि:"गर बाबर आक्रमणकारी था, तो उसे भारत बुलाने वाला राणा सांगा था।"
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर बाबर गद्दार है, तो उसे बुलाने वाले को भी गद्दार मानना चाहिए।
कुछ इतिहासकारों का कहना है कि:
राणा सांगा ने बाबर को भारत बुलाया ताकि इब्राहिम लोदी को हराया जा सके।
लेकिन बाद में राणा सांगा और बाबर आमने-सामने आ गए, और खानवा की लड़ाई (1527) में राणा सांगा हार गए।
ये दावा इतिहास में विवादित है, और इस पर मतभेद हैं।
बीजेपी ने इस बयान को हिंदू और राजपूत समाज का अपमान बताया।
कई बीजेपी नेताओं ने सपा से माफी की मांग की।
कुछ संगठनों ने कहा कि यह बयान इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश करने वाला है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने रामजी लाल सुमन का बचाव किया।
उन्होंने कहा कि:"बीजेपी को इतिहास का पूरा ज्ञान नहीं है। अगर इतिहास पलटना शुरू किया तो बहुत कुछ निकल आएगा।"
उन्होंने यह भी कहा कि सपा नेता ने कोई गलत बात नहीं की है।