शेयर बाजार में भारी गिरावट: भारतीय शेयर बाजार में खून की होली के पीछे ये कारण
भारतीय शेयर बाजार के लिए 'ब्लैक मंडे':
सोमवार को सप्ताह के पहले कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए 'ब्लैक मंडे' साबित हुआ। बीएसई सेंसेक्स में 3000 अंक से ज्यादा की गिरावट आई, जिससे पूरे बाजार में बिकवाली की लहर दौड़ गई। शेयरों की इतनी तेज गिरावट वैश्विक बाजारों में फैले तनाव का संकेत थी।
एशियाई बाजारों में हड़कंप:
यह केवल भारत तक सीमित नहीं था, बल्कि एशियाई बाजारों में भी कोहराम मचा। सोमवार को हांगकांग, जापान और अन्य एशियाई देशों के शेयर बाजारों में भी बड़ी गिरावट आई। हांगकांग का हैंगसैंग 9.24% गिरा, जबकि जापान का निक्केई 8.50% नीचे चला गया, जो वैश्विक स्तर पर बड़े आर्थिक संकट को दर्शाता है।
पहला कारण - ट्रंप के टैरिफ पर तीखे बयान:
शेयर बाजारों में इस भारी गिरावट का एक प्रमुख कारण पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ के बारे में दिए गए तीखे बयान थे। इन बयानों के बाद दुनियाभर के प्रमुख बाजारों में भारी बिकवाली देखने को मिली। निवेशक इन व्यापारिक तनावों के दीर्घकालिक प्रभावों को लेकर चिंतित हैं, जिससे बाजार में भय का माहौल बन गया।यहां हर विषय को नए शब्दों में पेश किया गया है। अगर आपको और बदलाव चाहिए तो बताइए!
चौथा कारण - FPI की बेरुखी जारी
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का एक और प्रमुख कारण विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) की बेरुखी है। विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से बाहर जा रहे हैं, जिससे पूंजी का प्रवाह कम हो गया है और बाजार में दबाव बना हुआ है। FPI की ओर से लगातार बिकवाली के कारण भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता देखी जा रही है। निवेशकों का विश्वास घटने और वैश्विक आर्थिक संकट के चलते, विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार में निवेश कम कर दिया है, जिसका असर शेयर बाजार पर पड़ा है।