अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव और अमेरिकी डॉलर की कमजोरी के चलते वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखी जा रही है। निवेशकों की नजरें अब सीधे 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर टिक गई हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में यह तेजी और बढ़ सकती है।
घरेलू वायदा बाजार MCX पर शुक्रवार को सोने की कीमत 93,940 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई और दिन के अंत में 93,887 रुपये पर बंद हुई। यह बीते एक सप्ताह में करीब 6.53% की उछाल है, यानी 5,757 रुपये की बढ़ोतरी। पिछले सप्ताह सोने की कीमत 88,130 रुपये प्रति 10 ग्राम थी।
स्पॉट गोल्ड की कीमतों में भी जोरदार उछाल आया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह 3,245 डॉलर प्रति औंस की ऊंचाई तक पहुंचा और सप्ताहांत पर 3,236.21 डॉलर पर बंद हुआ। इस दौरान 6.41% की तेजी दर्ज की गई।
वहीं, डॉलर इंडेक्स दो साल बाद पहली बार 100 के नीचे फिसलकर 99.89 पर आ गया है, जिससे गोल्ड को मजबूती मिली है।
1. अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर:
डोनाल्ड ट्रंप सरकार द्वारा चीन से आयातित वस्तुओं पर 145% तक के भारी टैक्स लगाए गए हैं। चीन ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए 84% से 125% तक टैक्स बढ़ा दिए हैं। इससे वैश्विक बाजार में अस्थिरता बढ़ी है और निवेशकों ने सुरक्षित विकल्प के तौर पर सोने की ओर रुख किया है।
2. डॉलर में कमजोरी:
डॉलर इंडेक्स में गिरावट से गोल्ड को सपोर्ट मिला है। जब डॉलर कमजोर होता है, तो सोना अन्य मुद्राओं के धारकों के लिए सस्ता हो जाता है, जिससे इसकी मांग बढ़ती है।
3. फेड की संभावित दर कटौती:
हाल ही में जारी आंकड़ों के अनुसार अमेरिका में महंगाई उम्मीद से कम रही है। इससे संभावना है कि फेडरल रिजर्व इस साल ब्याज दरों में कटौती कर सकता है, जिससे सोने की चमक और बढ़ गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अब सोने की कीमतें 95,000 से 95,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को छू सकती हैं। लंबी अवधि में यह 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम का आंकड़ा भी पार कर सकती है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतें 3,280 डॉलर से 3,320 डॉलर प्रति औंस के रेंज में जा सकती हैं।
निवेशकों के लिए सलाह:
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि मौजूदा वैश्विक स्थिति को देखते हुए सोना एक मजबूत निवेश विकल्प बना हुआ है। हालांकि, निवेश से पहले बाजार के जोखिमों को समझना जरूरी है।