जनवरी 2025 में डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिकी विदेश नीति में बड़ा बदलाव देखा गया।
उन्होंने यूक्रेन-रूस युद्ध को खत्म करने के लिए युद्धविराम पर ज़ोर देना शुरू किया।
ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने यूक्रेन को दो प्रभाव क्षेत्रों में बांटने का प्रस्ताव रखा:
डोनेत्स्क, लुहान्स्क, खेरसॉन, ज़ापोरिज्जिया → रूस के प्रभाव क्षेत्र में।
शेष यूक्रेन → यूरोपीय प्रभाव क्षेत्र में।
उद्देश्य: संघर्ष समाप्त करने का समाधान खोजना।
यूक्रेन ने अब तक आधिकारिक रूप से इस प्रस्ताव पर टिप्पणी नहीं की है।
परंतु:
उसने पहले ही कहा है कि किसी भी प्रकार की ज़मीन देने का सवाल ही नहीं उठता।
क्षेत्रीय अखंडता से कोई समझौता नहीं होगा।
ट्रंप का दावा: “मैं एक दिन में यह युद्ध खत्म करवा सकता हूँ।”
वे रूस और यूक्रेन दोनों के नेताओं से सीधी बातचीत करने की बात कर रहे हैं।
सीमाओं पर कोई समझौता नहीं।
रूस की नाटो पर सलाह या दबाव नहीं स्वीकार किया जाएगा।
यूक्रेन की सैन्य ताकत पर कोई समझौता नहीं होगा।
संघर्ष जटिल है और किसी अंतिम समझौते तक पहुंचने में अभी समय लग सकता है।
सभी पक्ष सक्रिय हैं, लेकिन यूक्रेन की दृढ़ता और रूस की अपेक्षाएं एक बड़ी चुनौती हैं।